Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
Sahitya Arpan - संजय निगम
userImages/92276/1723287030.jpg

संजय निगम

'संजय'

मैं एक सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी हूँ। बैंक के कार्यकाल में अपनी रुचियों को पूरा करने का समय ही नहीं मिला। अब जब समय ही समय है। तो कुछ समय अपनी रुचियों को भी देने का प्रयास है। इसी क्रम में कुछ लेख, संस्मरण और कहानियाँ लिखने का प्रयास कर रहा हूँ। आशा है कि शायद आपकी अपेक्षाओं के स्तर के आस पास पहुँच सकूँ। कृपया उचित मार्गदर्शन करें।

Writer Stats

  • #Followers 1

  • #Posts 8

  • #Likes 9

  • #Comments 10

  • #Views 838

  • #Competition Participated 0

  • #Competition Won 0

  • Writer Points 4330

  • Reader Stats

  • #Posts Read 35

  • #Posts Liked 1

  • #Comments Added 1

  • #Following 1

  • Reader Points 190

  • कहानीसस्पेंस और थ्रिलर

    परदे के पीछे

    • Added 2 weeks ago
    Read Now
    • 19
    • 51 Mins Read

    परदे के पीछे - संदिग्ध अनुबंध

    राघव अपनी रूटीन सुबह में डूबा हुआ था। उसे मुंबई से लौटे हुए कुछ ही दिन हुए थे, और अब उसे एक नए प्रोजेक्ट के लिए शिमला जाना था। शिमला, एक छोटा लेकिन आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण
    Read More

    परदे के पीछे,<span>सस्पेंस और थ्रिलर</span>
    user-image
    Kamlesh  Vajpeyi

    Kamlesh Vajpeyi 2 weeks ago

    बहुत सुन्दर और रोमांचक रचना..!!

    संजय निगम2 weeks ago

    धन्यवाद

    लेखअन्य

    यात्रा वृतांत

    • Added 1 month ago
    Read Now
    • 20
    • 11 Mins Read

    यात्रा वृतांत: रेल यात्रा में पराठे और अचार की महक

    रेलवे के सफर का अपना एक अलग ही रोमांच होता था, खासकर जब हम आज से चालीस-पचास साल पहले के दौर की बात करें। वो समय जब सफर के साथ घर की बनी पूड़ियों और
    Read More

    यात्रा वृतांत,<span>अन्य</span>
    user-image
    Kamlesh  Vajpeyi

    Kamlesh Vajpeyi 1 month ago

    पहले के समय में, परिवार के साथ रेलयात्राएं बड़ी रोचक होती थीं. घर की बनी पूरी - कचौरी अचार. तब यात्राएं भी कुछ लंबी हो जाया करती थीं..! इतनी सुपर फास्ट ट्रेनें भी नहीं होती थीं.

    संजय निगम1 month ago

    पहले की रेल यात्रायें शायद उस समय के समाज का आईना ही थीं। किसी भी समय समाज का प्रतिबिम्ब उस समय की प्रत्येक घटना में परिलक्षित होती है।

    कहानीसामाजिक, प्रेरणादायक, लघुकथा

    बंधन

    • Added 1 month ago
    Read Now
    • 22
    • 16 Mins Read

    काव्या एक छोटे शहर से आई थी और अब मुंबई की चमचमाती जिंदगी का हिस्सा बन चुकी थी। उसने बड़ी मेहनत से यहां अपने लिए जगह बनाई थी और अब वह खुद को एक स्वतंत्र, आत्मनिर्भर और मॉडर्न महिला मानती थी। उसके
    Read More

    बंधन,<span>सामाजिक</span>, <span>प्रेरणादायक</span>, <span>लघुकथा</span>
    user-image
    Kamlesh  Vajpeyi

    Kamlesh Vajpeyi 1 month ago

    बहुत सुन्दर और सकारात्मक रचना

    संजय निगम1 month ago

    धन्यवाद सर

    कहानीसामाजिक, ऐतिहासिक, अन्य

    दशावतार

    • Added 1 month ago
    Read Now
    • 22
    • 178 Mins Read

    प्रस्तावना

    दशावतार हिंदू धर्म में भगवान विष्णु के दस प्रमुख अवतारों का समूह है, जिनका उद्देश्य संसार में धर्म की रक्षा और अधर्म के विनाश के लिए हुआ। ये अवतार विभिन्न युगों में प्रकट होते हैं
    Read More

    दशावतार,<span>सामाजिक</span>, <span>ऐतिहासिक</span>, <span>अन्य</span>
    user-image
    Kamlesh  Vajpeyi

    Kamlesh Vajpeyi 1 month ago

    बहुत सुन्दर और विस्तृत जानकारी

    संजय निगम1 month ago

    अभी इसको देख कर लगा कि शायद इसको विभिन्न खण्डों में प्रकाशित किया जाना चाहिए था।

    कहानीसंस्मरण

    मेरे संस्मरण - किशोर

    • Added 1 month ago
    Read Now
    • 26
    • 23 Mins Read

    मैं अपने आप को बहुत सौभाग्यशाली समझता हूँ क्योंकि मेरी बडी बड़ी आठ दुर्घटनायें होने के बाद भी मैं अपने सारे काम कर रहा हूँ। सन् 1987 में मेरी पहली या शायद दूसरी दुर्घटना के बाद का समय था। मेरी दुर्घटना
    Read More

    मेरे संस्मरण - किशोर,<span>संस्मरण</span>
    user-image
    Kamlesh  Vajpeyi

    Kamlesh Vajpeyi 1 month ago

    बहुत सुन्दर और सकारात्मक संस्मरण.

    संजय निगम1 month ago

    धन्यवाद सर

    संजय निगम1 month ago

    मेरे प्रिय संस्मरणों में से एक

    लेखअन्य

    मेरे संस्मरण - हसवा

    • Added 1 month ago
    Read Now
    • 29
    • 48 Mins Read

    मैं अपने आप को बहुत सौभाग्यशाली समझता हूँ कि मुझे जीवन में कुछ चमत्कारी अनुभव हुये है। इसमें से एक को मैं आज सबके साथ साझा कर रहा हूँ। सन् 2000 से 2004 के मध्य का कोई समय होगा, जब मैं एक सरकारी बैंक में
    Read More

    मेरे संस्मरण - हसवा,<span>अन्य</span>
    user-image
    संजय निगम

    संजय निगम 1 month ago

    स्वयं का विस्मयकारी आश्चर्यजनक अनुभव

    Kamlesh  Vajpeyi

    Kamlesh Vajpeyi 1 month ago

    बहुत सुन्दर और रोमांचकारी संस्मरण..!

    संजय निगम1 month ago

    धन्यवाद सर

    कहानीप्रेरणादायक, लघुकथा

    रक्षाबंधन का अनमोल उपहार

    • Added 1 month ago
    Read Now
    • 36
    • 22 Mins Read

    विवेक, एक आईटी कंपनी में सफल करियर बना चुका युवक, अपने परिवार की उम्मीदों का केंद्र था। उसने कड़ी मेहनत से जीवन में बहुत कुछ हासिल किया था, लेकिन उसका सबसे बड़ा गर्व था कि उसने अपने परिवार, विशेष
    Read More

    रक्षाबंधन का अनमोल उपहार,<span>प्रेरणादायक</span>, <span>लघुकथा</span>
    user-image
    Kamlesh  Vajpeyi

    Kamlesh Vajpeyi 1 month ago

    भावपूर्ण और सुन्दर रचना

    Kamlesh  Vajpeyi

    Kamlesh Vajpeyi 1 month ago

    भावपूर्ण और सुन्दर रचना

    संजय निगम1 month ago

    आपकी सकारात्मक टिप्पणी के लिए धन्यवाद

    लेखआलेख

    सकारात्मक विचार

    • Added 1 month ago
    Read Now
    • 664
    • 12 Mins Read

    हम सभी ने जीवन में देखा है कि सब हर एक काम करते हुए अपने आपको सबसे श्रेष्ठ बनाना चाहते है या यूँ कहें कि हर दौड़ में जीतना चाहते हैं। यदि जीवन में ऐसा हो कि हम सब, जो भी अपने से कमतर हो, उसको जिताने का
    Read More

    सकारात्मक विचार,<span>आलेख</span>
    user-image
    Kamlesh  Vajpeyi

    Kamlesh Vajpeyi 1 month ago

    सुन्दर और सकारात्मक..!

    संजय निगम1 month ago

    धन्यवाद सर