Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
Sahitya Arpan - Piyush Goel
userImages/707/349522EF-74AB-4016-9044-13AC062101E0_1667822460.jpeg

Piyush Goel

'Piyush Goel'

Piyush Goel by profession Mech Engg but by passion Mirror Image Writer and writer of 17 books in Mirror Image with hand and with different objects Like Pen, Carbon Paper etc and Writer of World First Hand Write Needle Book Madhushala.

Writer Stats

  • #Followers 0

  • #Posts 17

  • #Likes 0

  • #Comments 0

  • #Views 1617

  • #Competition Participated 0

  • #Competition Won 0

  • Writer Points 8085

  • Reader Stats

  • #Posts Read 18

  • #Posts Liked 0

  • #Comments Added 0

  • #Following 0

  • Reader Points 90

  • London

    London is the capital city of England.

    कहानीसामाजिक, प्रेरणादायक, लघुकथा

    एक दिन सफलता मेरे सपनें में आई

    • Added 1 year ago
    Read Now
    • 44
    • 13 Mins Read

    एक दिन सफलता मेरे सपनें में आई और बोली मैं तुझे बहुत दिनों से देख रही हूँ तो बहुत मेहनती,हमेशा कुछ न कुछ करता रहता हैं.सफल होने के लिये, मैं समझ गई तू मुझे बहुत प्यार करता हैं,मैं बोला,हाँ,तुझे पाने
    Read More

    एक दिन सफलता मेरे सपनें में आई,<span>सामाजिक</span>, <span>प्रेरणादायक</span>, <span>लघुकथा</span>
    user-image

    लेखअन्य

    साक्षात्कार- पीयूष गोयल(दर्पण छवि लेखक).

    • Added 1 year ago
    Read Now
    • 56
    • 16 Mins Read

    साक्षात्कार डॉ पीयूष गोयल
    यह साक्षात्कार बिंदेश कुमार झा द्वारा लिया गया है। जो मूल रूप से एक लेखक हैं। यह वर्ष 2023 में जुलाई माह में मौखिक रूप से लिया गया है। जिसे लिखित रूप में प्रस्तुत किया गया
    Read More

    साक्षात्कार- पीयूष गोयल(दर्पण छवि लेखक).,<span>अन्य</span>
    user-image

    लेखआलेख

    ईमानदारी से सिर्फ़ १०० के आगे तीन जीरो ही लगा पाया .

    • Added 1 year ago
    Read Now
    • 69
    • 15 Mins Read

    मैं इंटर करने के बाद आगे पढ़ाई के लिए सोच रहा था, मेरा मन इंजीनियरिंग करने का था, १२ वीं में विषय भी मेरे पास इंजीनियरिंग वाले ही थे. जबकि मेरे पिता जी डाक्टर थे, मैं हमेशा कई विकल्प लेकर चलता था. यांत्रिक
    Read More

    ईमानदारी से सिर्फ़ १०० के आगे तीन जीरो ही लगा पाया .,<span>आलेख</span>
    user-image

    कहानीलघुकथा

    एक संस्मरण- मम्मी का ग़ुस्सा ….

    • Added 1 year ago
    Read Now
    • 53
    • 15 Mins Read

    बात सन् १९७५ की हैं मेरे पिता जी सरकारी नौकरी में सहारनपुर के एक गाँव सबदलपुर में स्वास्थ विभाग में कार्यरत थे. पिता जी का स्थानांतरण थाना भवन( जलालाबाद) से हुआ था.मेरे पिता जी को सिगरेट पीने की
    Read More

    एक संस्मरण- मम्मी का ग़ुस्सा ….,<span>लघुकथा</span>
    user-image

    लेखअन्य

    तरीक़े आपने ख़ुद ढूँढने हैं …..

    • Added 1 year ago
    Read Now
    • 104
    • 14 Mins Read

    मेरे पिता जी का ट्रांसफ़र सबदलपुर( सहारनपुर) से चौमुहां ( मथुरा ) सन् १९७७-७८ में हो गया, मैं उस समय छटवीं कक्षा का विद्यार्थी था. गाँव चौमुहां मतलब चार मुख वाला यानी वहाँ पर भगवान ब्रह्मा जी का मंदिर
    Read More

    तरीक़े आपने ख़ुद ढूँढने हैं …..,<span>अन्य</span>
    user-image

    कहानीप्रेरणादायक

    माँ के चरणों में बहुत रोएँ…

    • Added 1 year ago
    Read Now
    • 75
    • 15 Mins Read

    एक सेठ जिन्होंने अपनी ज़िंदगी में बड़ा ही संघर्ष किया.सेठ को तीन बेटे थे. व्यापारी ने तीनों को पढ़ाया लिखाया. सेठ को अपने बड़े बेटे से बहुत लगाव था और माँ को छोटे बेटे से, और बड़े भाई को अपने बीच वाले
    Read More

    माँ के चरणों में बहुत रोएँ…,<span>प्रेरणादायक</span>
    user-image

    कहानीप्रेरणादायक, लघुकथा

    और वो एक कम्पनी का “COO” बन गया.

    • Added 1 year ago
    Read Now
    • 142
    • 13 Mins Read

    मैं अपने तीनों भाइयों में सबसे बड़ा और एक मध्यम वर्गीय परिवार में पला बड़ा हुआ, पिता जी द्वितीय श्रेणी के सरकारी कर्मचारी,मेरे पापा की पोस्टिंग मथुरा के एक गाँव में थी. चुकि हम तीन भाई थे ……बहन न
    Read More

    और वो एक कम्पनी का “COO” बन गया.,<span>प्रेरणादायक</span>, <span>लघुकथा</span>
    user-image

    लेखअन्य

    तू मुझे अपना बेटा सा लगता हैं….

    • Added 1 year ago
    Read Now
    • 133
    • 17 Mins Read

    एक छोटी सी सूझबूझ …..३०-३५ साल के एक व्यापारी जिनके अपने कई काम थे, व्यापार में शहर में उनका नाम था. रोज़ाना नंगे पैर मंदिर जाना,मंदिर से वापिस लोटते हुए, मंदिर के बाहर बैठे माँगने वालों को रोज़ाना
    Read More

    तू मुझे अपना बेटा सा लगता हैं….,<span>अन्य</span>
    user-image

    लेखअन्य

    ११ मोतियों की माला …..

    • Added 1 year ago
    Read Now
    • 120
    • 11 Mins Read

    ११ मोतियों की माला——एक जंगल में एक सिद्धि प्राप्त ऋषि रहते थे.आस -पास के लोग उनसे मिलने जाया करते थे.ऋषि की कुटिया के पास एक कुआँ था.कुँए की एक ख़ासियत थी जो भी कोई पानी पीने जाता बाल्टी के साथ एक
    Read More

    ११ मोतियों की माला …..,<span>अन्य</span>
    user-image

    लेखअन्य

    आज से आप मेरी माँ हैं.

    • Added 1 year ago
    Read Now
    • 132
    • 12 Mins Read

    एक क़स्बे में एक धनी सेठ रहते थे.सेठ बड़े ही पूजा पाठ वाले व दान देने में सबसे आगे रहते थे.स्कूल धर्मशाला आदि कई उन्होंने अपने पूर्वजों के नाम पर बनवाये हुए थे.सेठ जिनको बड़ी मिन्नतों के तीन लड़कियों
    Read More

    आज से आप मेरी माँ हैं.,<span>अन्य</span>
    user-image

    कहानीसामाजिक, प्रेरणादायक, लघुकथा

    हीरे की अंगूठी.

    • Added 1 year ago
    Read Now
    • 107
    • 14 Mins Read

    एक ३४-३५ साल के एक सज्जन बड़े ही सीधे साधे,लेकिन अपने सिद्धांत के पक्के थे, नौकरी की तलाश में शहर के बीच से गुज़रे जा रहे थे. रास्ते में एक मंदिर पड़ा, मत्था टेक कर जैसे ही आगे बढ़े, एक हीरे की अंगूठी
    Read More

    हीरे की अंगूठी.,<span>सामाजिक</span>, <span>प्रेरणादायक</span>, <span>लघुकथा</span>
    user-image

    कहानीसामाजिक, प्रेरणादायक, लघुकथा

    गुरु जी आशीर्वाद बनाये रखना

    • Added 1 year ago
    Read Now
    • 135
    • 15 Mins Read

    बात कुछ साल पुरानी हैं रमेश के पिताजी का ट्रांसफ़र सहारनपुर से मथुरा के एक गाँव चौमुहां में हो गया था. रमेश उस समय कक्षा ६ का विधार्थी था जब रमेश ८ वी कक्षा में आ गया तो रमेश के पिता ने रमेश का ट्यूशन
    Read More

     गुरु जी आशीर्वाद बनाये रखना,<span>सामाजिक</span>, <span>प्रेरणादायक</span>, <span>लघुकथा</span>
    user-image

    कहानीप्रेरणादायक

    मरा मरा से राम राम ….. मोह मोह से ॐ ॐ

    • Added 1 year ago
    Read Now
    • 81
    • 11 Mins Read

    मरा मरा से राम राम … मोह मोह से ॐ ॐ….एक सेठ जी बड़े ही दयालु पूजा पाठ वाले इंसान थे. दूसरों की सेवा करना उनका जैसे अपना काम था सेठ जी का व्यापार भी बहुत बढ़िया था एक दिन जैसे ही सुबह सेठ जी पूजा के लिए
    Read More

    मरा मरा से राम राम ….. मोह मोह से ॐ ॐ,<span>प्रेरणादायक</span>
    user-image

    कहानीप्रेरणादायक

    पीयूष गोयल द्वारा लिखित “सेठ का पत्र ….”

    • Added 1 year ago
    Read Now
    • 72
    • 13 Mins Read

    एक क़स्बे में एक धनाढ्य सेठ रहते थे जिनका अपनी पंसारी की दुकान थी. सेठ जी की उम्र क़रीब ३५ साल की थी.एक दिन दोपहरी में एक गरीब महिला अपने १० साल के बेटे के साथ सेठ जी की दुकान पर सेठ जी से कहने लगी मेरे
    Read More

    पीयूष गोयल द्वारा लिखित “सेठ का पत्र ….”,<span>प्रेरणादायक</span>
    user-image

    सुविचारप्रेरक विचार

    पुस्तक “ सोचना तो पड़ेगा ही” से लिए गए विचार .

    • Added 1 year ago
    Read Now
    • 27
    • 8 Mins Read

    पीयूष गोयल ने बहुत ही अच्छे तरीके से लोगोको बताया है की अपने काम के प्रति सेल्फ मोटीवेट कैसे रहे।
    20 थॉट्स –

    1.जिंदगी को अगर किसी का सहारा लेकर जिओगे एक दिन हारा हुआ महसूस करोगे.

    2.किसी काम की करने
    Read More

    पुस्तक “ सोचना तो पड़ेगा ही” से लिए गए विचार .,<span>प्रेरक विचार</span>
    user-image

    लेखअन्य

    पीयूष गोयल द्वारा लिखित पुस्तक “सोचना तो पड़ेगा ही” के लिए साक्षात्कार..

    • Added 1 year ago
    Read Now
    • 189
    • 17 Mins Read

    पीयूष जी आप अपने बारे में बतायें। : जी मेरा नाम पीयूष कुमार गोयल हैं, मैं माता रवि कांता गोयल व पिता डॉ देवेंद्र कुमार गोयल के यहाँ 10 फरवरी 1967 को दादरी में पैदा हुआ था। मैं एक यांत्रिक इंजीनियर हूँ,
    Read More

    पीयूष गोयल द्वारा लिखित पुस्तक “सोचना तो पड़ेगा ही” के लिए साक्षात्कार..,<span>अन्य</span>
    user-image

    लेखअन्य

    पीयूष गोयल ने दर्पण छवि में हाथ से लिखी १७ पुस्तकें.

    • Added 1 year ago
    Read Now
    • 78
    • 5 Mins Read

    पीयूष गोयल ने दर्पण छवि में हाथ से लिखी १७ पुस्तकें… पीयूष गोयल दर्पण छवि के लेखक,पीयूष गोयल 1७ पुस्तकें दर्पण छवि में लिख चुके हैं,सबसे पहली पुस्तक( ग्रन्थ) "श्री भगवद्गीता"के सभी 18 अध्याय 700 श्लोक
    Read More

    पीयूष गोयल ने दर्पण छवि में हाथ से लिखी १७ पुस्तकें.,<span>अन्य</span>
    user-image