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Sahitya Arpan - Anuj Arya

कविताअन्य

सपनों की राह

  • Added 2 years ago
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  • 118
  • 1 Mins Read

उम्मीदों की गलियों में कोई बैठा ले रहा सांस है।
वो अधूरा सा दिखने वाला सपना क्यूं लगता दूर होकर भी पास है ।

सपनों की राह,<span>अन्य</span>
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कविताअन्य

खोमोशी कुछ कहती है

  • Added 2 years ago
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  • 61
  • 1 Mins Read

मुर्दे की खामोशी कुछ ऐसी है ।
जब रूह ने ही साथ छोड़ दिया तो अपनों से ये शिकायत कैसी है ।

खोमोशी कुछ कहती है,<span>अन्य</span>
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कवितागजल

आखिरी मुलाकात

  • Added 2 years ago
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  • 106
  • 1 Mins Read

एक तो मुलाकात बंद ऊपर से ख्याल तुम्हारा ।
यह बात मालूम होते हुए भी अक्सर भूल जाता हूं दोबारा ।।
अब तो मुलाकात भी हमसे यूं खफा हो जाती ।
मैं उसके शहर नहीं जाता वो मेरे शहर नहीं आती ।‌।

आखिरी मुलाकात,<span>गजल</span>
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कवितालयबद्ध कविता

खोने का दर्द

  • Added 2 years ago
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  • 111
  • 2 Mins Read

जब मैंने तुझे पाया ही नहीं खोने का दर्द क्यूं होता है

मुफ्त में मिलने वाली मोहब्बत को कैसा पाकर खोना था ।
मैं उसका कभी था ही नहीं तो फिर किस बात का रोना था ।।
शायद मजबूरी ही शामिल थी उसकी तबीयत बदलने
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खोने का दर्द,<span>लयबद्ध कविता</span>
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कवितालयबद्ध कविता, अन्य

यादों का कहर

  • Added 2 years ago
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  • 57
  • 1 Mins Read

पता है ओ आसमां तुझे ज़मीं याद करती है
शायद चांद खिड़की पर खड़ा है जो मेरी आंखें बात करती हैं ।

यादों का कहर,<span>लयबद्ध कविता</span>, <span>अन्य</span>
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सुविचारप्रेरक विचार

रुह के जज्बात

  • Added 2 years ago
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  • 30
  • 1 Mins Read

-( रुह के जज्बात )-

मुझे मतलब की तराजू में न तोल ए-दिल-ए-सौदागर मैं आज भी उस पराये शख्स को खुद से ज्यादा चाहता हूं ।

रुह के जज्बात,<span>प्रेरक विचार</span>
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कवितालयबद्ध कविता, अन्य

बहार की वो यादें

  • Added 2 years ago
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  • 78
  • 1 Mins Read

-( बहार के वो लम्हे )-

फूल भी अब तो तेरे स्वागत में खिल उठे ,
यह बहार भी देख सुहानी आयी ।
बस मेरी तकदीर ही तो मुझसे रूठी थी
पर तू क्यूं न मुझसे मिलने ' पगली' वापस आयी ।।

बहार की वो यादें,<span>लयबद्ध कविता</span>, <span>अन्य</span>
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कविताअन्य

सत्ता एक नशा

  • Added 2 years ago
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  • 106
  • 1 Mins Read

- ( सत्ता एक नशा )-
इरादा कुछ भी हो बस पक्का होना चाहिए ।
मुझे तो नींव कच्ची भी चलेगी बस मेरा मकान पक्का होना चाहिए ।।

सत्ता एक नशा,<span>अन्य</span>
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कविताअन्य

तेरा असर

  • Added 2 years ago
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  • 108
  • 1 Mins Read

- ( तेरा असर ) -

तेरे इश्क का कैसा यह असर है ।
जिस्म तो यहां है पर जां किधर है ।।

तेरा असर,<span>अन्य</span>
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कविताअन्य

जिद मेरी इतनी सी

  • Added 2 years ago
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  • 66
  • 1 Mins Read

- ( जिद मेरी इतनी सी )-

तुम्हारे जख्मों पर दवा लगाकर दफा हो जाऊं ।
मैं सोच रहा हूं
तुम भी खामोश रहना और अब मैं भी खफा हो जाऊं ।।

जिद मेरी इतनी सी,<span>अन्य</span>
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कविताअन्य

ममता का आंचल

  • Added 2 years ago
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  • 73
  • 1 Mins Read

- ( ममता का आंचल )-


अच्छा कहो या कहो बुरा तुम्हारा हर नखरा सह जायेगी ।
यह मां है जनाब ! महबूबा नहीं जो वेबफा हो जायेगी ।।

ममता का आंचल,<span>अन्य</span>
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कविताअन्य

जुदा तन्हा रात

  • Added 2 years ago
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  • 123
  • 2 Mins Read

-( जुदा तन्हा रात )-

जुदा तुमने मुझे किया लेकिन खुश आज फिर तुम नहीं ।
यह चांद आज ख़फा-ख़फा सा लग रहा है पास से न तो दूर से ही सही ।।
दुःख तो बहुत है मुझे दर्द का अपना न तो पराया ही सही ।
काश मैं तेरे दर्द
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जुदा तन्हा रात,<span>अन्य</span>
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कवितानज़्म

यादों का जख्म़

  • Added 2 years ago
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  • 136
  • 1 Mins Read

-( यादों का जख्म)-

शायद ही ऐसा कोई लम्हा गुज़रा होगा और शायद ही ऐसी मेरी कोई ग़ज़ल गयी ।
ज़िक्र तुम्हारा छूटा होगा पर फिक्र तुम्हारी कभी छूटी न गयी ।।

यादों का जख्म़,<span>नज़्म</span>
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कविताअन्य

मैं क्या लिख रहा हूं

  • Added 2 years ago
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  • 64
  • 1 Mins Read

- (मैं क्या लिख रहा हूं ) -

कभी गुहार तो कभी करीब लिख रहा हूं ।
मैं तेरी कड़ियों की एक जरीब लिख रहा हूं ।।

मैं क्या लिख रहा हूं,<span>अन्य</span>
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