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London is the capital city of England.
लेखआलेख
बात तकरीबन 10 वर्ष पहले की है जब मैं शारिरिक रूप से काफी अस्वस्थ थी।घर में मैं,मेरी बहन मॉं और पापा।
भाई पढाई के सिलसिले में हैदराबाद रहता था।मेरी बहन परछाई की तरह मेरे साथ रहती थी,मेरी हर परेशानी
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कविताअतुकांत कविता
हम तमाशाई बने देखते रह जाते,
वह अपनी चाल चल जाता।
उसके चाल को कौन यहाँ कभी
बताओ समझ पाता।
मोहरे हैं हम दाँव उसकी ही
अक्सर होती।
हम योजना पर योजना बनाते,
वह चाल पलट जाता।
वह कभी ख़ुशियाँ बेशुमार देता,
कभी
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कविताअतुकांत कविता
मौन हैं शब्द मगर मुखर है भावनाएँ,
समझ सके समझ लें गहरी सी संवेदनाएँ,
विचारों की होती है गहरी अभिव्यक्ति,
तब निकलती ह्रदय से बनकर कविताएँ।
प्रेरणा रूप बन जाती हैं ये सदा सी,
निश्चल होती हैं ये सदा
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अतुकांत कविता
जब भी जीवन में अँधेरा गहराने लगा,
बहुप्रतीक्षित उजाले की तलाश में,
दिल प्रतिदिन टूटकर बिखराने लगा,
तभी अनायास किसी कोने से छोटी सी
उम्मीद की किरण
जीवन के लिए काफी हो गयी।
तमाम निराशाओं पर वो भारी
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कविताअतुकांत कविता
उम्मीद की लौ
जब सब कुछ खत्म होने के कगार पर हो,
अँधेरा गहरा छाने लगे चारों तरफ,
दुखों का चौतरफा मार हताश और निराश करें,
तभी मन के किसी कोने में जलती एक लौ
छोटी सी उम्मीद की।
कि शायद कल एक नई शुरुआत हो,
कि
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