Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
Sahitya Arpan - Savita Singh
userImages/377/inbound7916397512473294186_1605553274.jpg

Savita Singh

Writer's Pen Name not added

मैं सविता सिंह मीरा झारखंड जमशेदपुर से।

Writer Stats

  • #Followers 2

  • #Posts 6

  • #Likes 1

  • #Comments 2

  • #Views 1582

  • #Competition Participated 0

  • #Competition Won 0

  • Writer Points 7930

  • Reader Stats

  • #Posts Read 22

  • #Posts Liked 0

  • #Comments Added 0

  • #Following 1

  • Reader Points 110

  • लेखआलेख

    रेलयात्रा

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 216
    • 8 Mins Read

    रेल यात्रा संस्मरण

    नमन मंच
    दिनांक -२९/११/२०२०

    शीर्षक- रेलयात्रा संस्मरण



    एक बार गर्मियों की छुट्टियों में हम सपरिवार पटना जा रहे थे। ट्रेन की बोगी में 1 - 2 और परिवार के लोग भी थे। ऊपर वाली सीट पर
    Read More

    रेलयात्रा,<span>आलेख</span>
    user-image

    कवितालयबद्ध कविता

    करवाचौथ

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 268
    • 5 Mins Read

    करवाचौथ

    कितनी अप्रतिम होगी रात
    जहां मिलेंगे तीन तीन चांद
    एक मेरा चांद मैं उनकी चांद
    दूर वह करवा का मुसकाता चांद।

    देखूंगी चलनी के पार
    मेरे चांद का करूं दीदार।

    कितना पावन यह त्यौहार
    पहनूंगी बाहों
    Read More

    करवाचौथ,<span>लयबद्ध कविता</span>
    user-image
    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    रचना अच्छी है परन्तु मुझे लगता है कि इस रचना पर थोड़ा और समय देने की आवश्यकता है।

    कवितालयबद्ध कविता

    आओ मिल कर दीप जलाएँ

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 179
    • 5 Mins Read

    विषय- आओ मिलकर दीप जलाएँ

    आओ मिलकर दीप जलाएं ,
    बाहर ही क्यों अंतर्मन के तिमिर बुझाएं।

    द्वेष लालच लोभ का अब ना रहे कोई स्थान,
    जिस दिन होगा हमें इसका भान,
    जन जन का होगा उत्थान,
    ऐसा दीपों का उत्सव मनाए
    Read More

    आओ मिल कर दीप जलाएँ,<span>लयबद्ध कविता</span>
    user-image

    लेखआलेख

    भाई के ससुराल का पहला नेवता

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 371
    • 5 Mins Read

    #विषय. ससुराल में स्वागत
    #विधा. संस्मरण



    मेरे भाई के शादी के करीब दो महीने बाद उनके
    ससुराल से हम सभी का खाने पर बुलावा आया ।
    हम सब न्योता फल मिठाई वगैरह लेकर गए।
    उन्होंने भी दिल खोलकर स्वागत किया।
    Read More

    भाई के ससुराल का पहला नेवता,<span>आलेख</span>
    user-image
    Gita Parihar

    Gita Parihar 3 years ago

    अच्छा सृजन

    कविताअतुकांत कविता

    स्त्री

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 256
    • 8 Mins Read

    नमन मंच
    #विषय:स्वतंत्र लेखन
    शीर्षक:स्त्री विशेष

    स्त्री हो सकती क्या तुझ जैसी कोई दुसरी,
    किसकी है तूझे फिकर,गुजरते ही तेरे महक उठती इतर,
    ऐसा कोई मन्च नही जहाँ न हो तेरा जिकर।

    खूद को तु क्यो आँकती,कैसी
    Read More

    स्त्री,<span>अतुकांत कविता</span>
    user-image

    कविताअन्य

    अंतर्रद्वंद

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 292
    • 7 Mins Read

    नमन मंच साहित्य अर्पण
    विषय - अंनतर्द्वन्द
    दिनांक - ११/११/२०२०

    स्वयं का स्वयं से कैसा रहता है द्वंद,
    नारी मन तेरे अंदर क्यों चलता रहता अंतर्द्वंद।

    क्या करूं क्या ना करूं सोचकर घुटता है मन,
    ये पल जो
    Read More

    अंतर्रद्वंद,<span>अन्य</span>
    user-image