Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
गवारा नहीं ज्वाब मिरे - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

गवारा नहीं ज्वाब मिरे

  • 23
  • 2 Min Read

थे दोस्ती के फ़लक पे चमकते सितारे महताब मिरे
तर्क -ए-त'अल्लुक़ पर आमादा क्यूं है अहबाब मिरे

गिले- सिले शिकवे शिक़ायत सलटाना मिल बैठकर
सुलह सफाई नहीं पसंद उन्हें गवारा नहीं ज्वाब मिरे

© डॉ. एन. आर. कस्वाँ "बशर" 🍁

01_1710098331.jpg
user-image
आग बरस रही है आसमान से
1663935559293_1717337018.jpg
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
तन्हाई
logo.jpeg