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दर्पण में मुख संसार में सुख - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

दर्पण में मुख संसार में सुख

  • 56
  • 1 Min Read

दर्पण में मुख और संसार में सुख
दिखाई देता है मग़र होता नहीं है

सुख की सांस सभी लेना चाहते हैं
सुखी यहाँ कोई बशर होता नहीं है

© डॉ.एन.आर.कस्वाँ "बशर" 🍁

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