Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
उसूल ए हयात - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

उसूल ए हयात

  • 42
  • 1 Min Read

वाकिफ़ होते हैं जो उसूल ए हयात से
पलटते नहीं शख़्स वो अपनी बात से

मेयार-ओ -किरदार से समझौता नहीं
अना बड़ी बात है ओहदे -औक़ात से

© dr.n.r.kaswan "bashar"

logo.jpeg
user-image
तन्हा हैं 'बशर' हम अकेले
1663935559293_1726911932.jpg
ये ज़िन्दगी के रेले
1663935559293_1726912622.jpg
यादाश्त भी तो जाती नहीं हमारी
logo.jpeg
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg