Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
एक बार बोलकर - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

एक बार बोलकर

  • 32
  • 1 Min Read

उसके वज़न का पता लगा नहीं
बार बार तौलकर,
वज़न उस ने अपना जता दिया
एक बार बोलकर!

© डॉ.एन.आर.कस्वाँ "बशर"🍁

logo.jpeg
user-image
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
तन्हाई
logo.jpeg