कवितारायगानीनज़्मअतुकांत कवितागजलदोहाछंदचौपाईअन्यगीत
तुम काबिल हो ❤️
मेरे अदब – ओ – एहतराम में तुम शामिल हो ।
मेरी अधूरी जिंदगी में तुम कामिल हो ।
तुम नही थे तो कुछ नही था मेरे पास ?
जितना कमाया जितना पाया मैंने !
वो सब कुछ तुम हासिल हो ।
छोड़ कर तुम दुनिया की सारी फिक्र यार मेरे !
आसान हो गई है मेरी जिंदगी जब से तुम आए हो ।
खुदा कसम मेरे लिए सिर्फ तुम काबिल हो ।
फिरोज़ खान मदनी