Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
सुख दुःख - Rajjansaral (Sahitya Arpan)

कवितानज़्मगजलदोहाछंदचौपाईगीत

सुख दुःख

  • 151
  • 4 Min Read

नमन मंच साहित्य अर्पण
दिनांक १०/०१/२०२४
विधा गीत

दुख की बदली छंँटेगी एक दिन ,
सुखकी आंँधी आएगी ।
रहेंगे दुःख के दिन न हमेशा ,
फिर खुशियांँ घर आएंँगी ।।
जो खुशियां हम छोड़ के आए ,
कीमत ना थी जानी ।
वो पल हमको बहुत सताएंँ ,
कैसी थी जिंदगानी ॥
जो अपना था वो मिल जाए,
कलियांँ फिर खिल जाएंगी ।
रहेंगे दुःख के दिन ना हमेशा .....
वो अपने बच्चे मिल जाए,
चहिए नहीं खजाना रे ।
सच्चा सुख परिवार हमारा ,
ये तो हमने जाना रे ।।
अर्धांगिनी तोरे बिन जीवन ,
नैया ना चल पायेगी।
रहेंगे दुख के दिन ना हमेशा,
फिर खुशियां घर आएंगी ।
दुख की बदली छंँटेगी एक दिन ।
सुख की आंधी आएगी ।
रहेंगे दुख के दिन वा हमेशा ,
फिर खुशियाँ घर आएंगी ।।

IMG_20240109_103537_1704875869.jpg
user-image
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
तन्हाई
logo.jpeg