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आंखें चुराने की ज़रूरत क्या है - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

आंखें चुराने की ज़रूरत क्या है

  • 19
  • 2 Min Read

आंख से आंख मिलाकर बात कर
आंखे चुराने की ज़रूरत क्या है!
ख़यालात जिन से मिलते ही नहीं
हाथ मिलाने की ज़रूरत क्या है!
रक़ीबों की रक़ाबत से हो वाकिफ़
दोस्त बनाने की ज़रूरत क्या है!
नस-नस में भरा है नशा ईमान का
मैकदे जाने की ज़रूरत क्या है!
सांच को नहीं है जब आंच 'बशर'
शीशा दिखानेकी ज़रूरत क्याहै!
एकसाधे सबसधे सबसाधे सब जा
फिर ज़माने की ज़रूरत क्या है!
© "बशर"

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