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दिलों में गर्माहट बहुत है - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

दिलों में गर्माहट बहुत है

  • 38
  • 2 Min Read

मौसमे -सर्द है मग़र बशर दिलों में गर्माहट बहुत है
मेहनत-मशक़्क़त कुछ ज्यादा है पर राहत बहुत है

मानाके बस्तियों के दरमियां यहां मसाफ़त बहुत है
लोगोंमें मग़र मेहमाननवाज़ी और रफ़ाक़त बहुत है

© डॉ.एन.आर.कस्वाँ "बशर" /०६/०१/२०२४

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