कवितानज़्म
क्या लिख सकेगा कभी कोई
चिड़ियों का चहचहाना
और पंख फैला आकाश को छू आना
या हवा का पेड़ों के पत्तों को
प्यार से गुदगुदाना
क्या लिखा जा सकेगा
बारिश की टप टप टपकती
बूंदों का संगीत
या रात की चुप्पियां तोड़ता
झींगुर का गीत
लिखा सिर्फ वही गया
जिसने छुआ मन को
जो आत्मा में उतरा
काग़ज़ पर नहीं उतर सका कभी ।।
✍️Aashu Anand (Lyricist)