Or
Create Account l Forgot Password?
कवितानज़्मदोहाअन्य
ज़िंदगी बंदगी ☺️ छोड़ कर साथ मेरा खुश है वो अपनी जिंदगी में 🥺 मेरी फिकर छोड़िए साहब । में खुश हूं खुदा की बंदगी में 🥹 फिरोज़ खान मदनी