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कवितानज़्मचौपाईअन्यगीत
बरबाद और आबाद ❤️ अपनी इज़्जत अपनी हैसियत अपनी खुशी सब लूटा कर बरबाद हो जाऊं मैं 🥹 सिर्फ और सिर्फ तेरी सच्ची मोहब्बत के खातिर 💔 तेरा हाथ पकड़ कर दिल चाहे मेरा ❤️ फिर से आबाद हो जाऊं मैं 😍 फिरोज़ खान मदनी