कहानीसामाजिकप्रेरणादायकलघुकथा
आदित्य के लिए उसके युवावस्था वाला जीवन काफी आरामदायक और सुविधा वाले दौर में था। उसके चेहरे से भविष्य की चमक और आत्मविश्वास साफ़ साफ झलकता था। आदित्य एक छोटे से शहर के एक हिस्से में अपने परिवार के साथ रहता था। उसके परिवार ने उसके अच्छे जीवन के लिए हर संभव कोशिश कर पाला-पोसा था और उम्मीद थी कि वह जीवन में आगे बढ़ेगा।
लेकिन समय के साथ, आदित्य के दोस्तों की सूची में कुछ बदलाव नज़र आने लगा। और यह बदलाव लेकर आया उसका ही एक पुराना दोस्त और उसने कुछ नई दवाई दिखाईं। उसने यह दवाई उसे यह कहकर लेने के लिए मना लिया की यह उसके दिमाग में नई स्फूर्ति और ताज़गी भरेगा जिससे वह और ज्यादा मन लगाकार पढ़ पायेगा। उसे यह नहीं पता था ये नई दवाई एक प्रकार से उसे नशीली पदार्थों का सेवन करवा रहा है। आदित्य, जिसने कभी ऐसी चीज़ों का सामना नहीं किया था, ने कुछ समय तक इन दवाओं से दूर रहने का निर्णय लिया।
लेकिन धीरे-धीरे, दोस्तों का दबाव और इस नई दुनिया की चका-चौंध ने उसे अपनी ओर खींच ही लिया। उसका रूटीन बदल गया, और वह रातों को जागने लगा और दिन में देर तक सोता रहता था।
आदित्य के परिवार ने उसकी बदलती हुई आदतों का गौर किया, लेकिन उनका प्रयास उसे सुधारने में असफल रहा। एक दिन, उसके पिताजी ने उससे बातचीत करने का निर्णय लिया। "आदित्य, तुम्हें सोचना होगा कि तुम किस दिशा में जा रहे हो," पिताजी ने कहा। "पर पापा, दोस्तों के साथ समय बिताना तो अच्छा होता है ना?" आदित्य ने उत्तर दिया, लेकिन उसकी आवाज़ में कुछ हिचकिचाहट भी थी। जैसे उसे महसूस था की कहीं ना कहीं वह गलत कर रहा है। "समय बिताना अच्छा है, लेकिन उसमें अपने लक्ष्य को हासिल करने का भी हिस्सा शामिल करो," पिताजी ने कहा। "जीवन में सफलता पाने के लिए तुम्हें सही राह पर चलना होगा।"
आदित्य ने अपने पिताजी की बातों पर काफी सोच विचार किया और उसने आगे से फैसला किया की जो भी दोस्त इसमें भागीदार है वह उनसे दूर रहेगा और ज्यादा से ज्यादा समय अपने घर में रहकर पढाई करेगा और अपने घर वालो के कहे अनुसार कार्य करेगा। उसने अगले कुछ दिनों तक काफी कठिनाइयों का सामना किया लेकिन वह अपने लक्ष्य से तनिक भी डिगे बिना अपने फैसले पर अडिग रहा। धीरे-धीरे, उसने अपने परिवार और अपने आत्मविश्वास को पुनः हासिल किया और अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में मोड लिया और उसका अपने लक्ष्य के प्रति आत्मसमर्पण और विश्वास ने उसे सफलता की ऊंचाइयों तक पहुँचाया। और समाज में एक नयी ऊंचाई हासिल कर नाम कमाया।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए हमें सही राह चुनना होता है और नशीली चीज़ों से दूर रहना हमारे लक्ष्यों की प्राप्ति में मदद करता है। और समाज में प्रतिस्थापित करता है।
✍️©️ शशि धर कुमार