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कवितानज़्म
*रंग-ए-मौसम-ए-हयात* रंग- ए- मौसम -ए -हयात हमने सतरंगी यहाँ देखे रंगत अपने मौसम-ए-वतन की देखी वो क्या देखे ©️डॉ.एन.आर. कस्वाँ 'बशर'