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करवाचौथ का चांद - राजीव त्यागी (Sahitya Arpan)

कवितालयबद्ध कविता

करवाचौथ का चांद

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  • 2 Min Read

इतराना इठलाना
छुपकर मेघों में सताना
सब तेरा स्वभाव है माना
पर ओ रे चंदा
आज ना इतना इतराना
आज तनिक जल्दी से आना
देख ना चलेगा कोई बहाना
ना मेघों पे दोष लगाना
वरना देख तुझे ही
मिलेगा उलाहना
आज तनिक जल्दी से आना
आज ना इतना इतराना
आज तनिक जल्दी से आना
©राजीव त्यागी
सभी सन्नारियों को स्नेह श्रद्धा पूर्वक
#करवाचौथ की हार्दिक शुभकामनाएं
बहुत बहुत बधाई ❤️❤️🙏🏽🙏🏽

#कविताईकुनबा

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