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कवितानज़्म
*वक़्त से बड़ा नहीं उस्ताद कोई* नहीं वक़्त से पहले बशर नहीं वक़्त के बाद कोई वक़्त से बड़ा नहीं किसी मकतब में उस्ताद कोई ©डॉ.एन.आर.कस्वाँ "बशर"/५ अक्टूबर Happy World Teacher's Day 🪪✒️