Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
मंज़िल से लौटे हुए मुसाफ़िर कहाँ जाएं - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

मंज़िल से लौटे हुए मुसाफ़िर कहाँ जाएं

  • 105
  • 1 Min Read

सफ़र हुआ मुक़म्मल ख़त्म रहगुज़र कहाँ जाएं
घर से निकल कर हो गए हैं दरबदर कहाँ जाएं

नहीं है ठिकाना कोई बशर आख़िर कहाँ जाएं
हम हैं मंज़िल से लौटे हुए मुसाफ़िर कहाँ जाएं

#बशर

logo.jpeg
user-image
तन्हा हैं 'बशर' हम अकेले
1663935559293_1726911932.jpg
यादाश्त भी तो जाती नहीं हमारी
logo.jpeg
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg