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शाम  की एक रात - Himanshu Joshi (Sahitya Arpan)

कवितालयबद्ध कविता

शाम  की एक रात

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यह शाम  की एक रात आवाज लाई है

चारों तरफ अंधेरा है

फिर भी आंखों में एक चमक लाई है 

एक जगह बैठ कर आवाज सुनी है

 मैने खुद की  

की अगली आवाज में  ही तेरा नाम आया हैं ..📖✍️

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