Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
हिम्मत रख - NITESH KUMAR SETHI (Sahitya Arpan)

कविताअन्य

हिम्मत रख

  • 77
  • 2 Min Read

माना की जिंदगी में अंधेरा छाया हुआ है
दूर दूर तक फैला हुआ है
रोशनी की कोई उम्मीद नहीं रही तुझमें
लेकिन हौसला और भरोसा रख मुझमें
रोशनी की एक छोटी सी किरण गहरे से गहरे अंधेरे पे भारी है
उज्जालों को छूना है तो तुझे करनी अंधेरे की सवारी है
आखिर में अंधेरे को हटना ही है
रोशनी के सामने मिटना ही है
फिर क्यों डरता है,घबराता है, टूटता है
हिम्मत रख अपने पे,तू वक्त बदलने की ताकत रखता है

FB_IMG_1693033681286_1693033721.jpg
user-image
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
दादी की परी
IMG_20191211_201333_1597932915.JPG
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
तन्हाई
logo.jpeg