Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
है गुफ़्तगू भी लाज़िम राब्तों के वास्ते! - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

है गुफ़्तगू भी लाज़िम राब्तों के वास्ते!

  • 76
  • 1 Min Read

खामोशियों का सफ़र है लंबे हैं रास्ते!
है गुफ़्तगू भी लाज़िम राब्तों के वास्ते!

©️✍️बशर
Dr.N.R.Kaswan
Surrey: 27/07/2023
‐----------------------------
गुफ़्तगू = संवाद
लाज़िम = आवश्यक
राब्तों = रिश्तों

InCollage_20230726_204621392_1690511722.png
user-image
चालाकचतुर बावलागेला आदमी
1663984935016_1738474951.jpg
मुझ से मुझ तक का फासला ना मुझसे तय हुआ
20220906_194217_1731986379.jpg
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg