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तुमअपने सपने बशर जिस ज़बान में देखो - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

तुमअपने सपने बशर जिस ज़बान में देखो

  • 47
  • 1 Min Read

उसी ज़ुबान में सोचो
उसी ज़बान में लिखो ,

तुमअपने सपने बशर
जिस ज़बान में देखो !

#बशर
डॉ एन आर कस्वां
सरी: ०१/०८/२०२३

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