Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
सुकून मग़र बशर भरपूर है - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

सुकून मग़र बशर भरपूर है

  • 119
  • 1 Min Read

रास्ता कुछ मुश्क़िल ज़रूर है,
मंज़िल-ए -मक़सूद भी दूर है!

है येह रहगुज़र दश्त-ब-दश्त,
सुकून मग़र बशर भरपूर है!!

#बशर
डॉ एन आर कस्वां
Surrey:8/7/2023

InCollage_20230708_092012160_1688834980.jpg
user-image
तन्हा हैं 'बशर' हम अकेले
1663935559293_1726911932.jpg
ये ज़िन्दगी के रेले
1663935559293_1726912622.jpg
यादाश्त भी तो जाती नहीं हमारी
logo.jpeg
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg