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हयाते-मुस्त'आर बशर कमाल की हो - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

हयाते-मुस्त'आर बशर कमाल की हो

  • 100
  • 1 Min Read

न रंज-ओ-मलाल की हो
ना सौ साल की हो!

ये हयाते-मुस्त'आर बशर
बस कमाल की हो!

©️✍️ #बशर
Dr.N.R.Kaswan
Surrey: 12/7/2023

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