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कवितानज़्म
बारिश में, बारिश से पहले, बारिश के बाद आता है, सावन के महीने में कोई बड़ी शिद्दत से याद आता है! ऐसाभी नहीं हैके उनको भूल गएहों कभी हम बशर, ऐसे याद आता है जैसे कोई मुद्दत के बाद आता है! ©️✍️ #बशर Dr.N.R.Kaswan Surrey: 12/7/2023