Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
वो दिन याद करो - Arun V (Sahitya Arpan)

कविताअतुकांत कविता

वो दिन याद करो

  • 104
  • 2 Min Read

कविता- वो दिन याद करो
----------------------------------
वो दिन याद करो...
जब हम एकसाथ तो थे ,
फिर भी भीड मे हम अकेले थे
वो दिन याद करो
दिल प्यार था सब के लिए ,
लेकिन जेब मे पैसे नही होते थे
कोई ना मिलता, लोग ना देखते थे ।

करवट ली किस्मत ने
भीड़ ही भीड़ बाजू, बीच में है हम
अमीर अब हम, दिल गरीब है,
बात यही एक सच है
दुनिया पैसेवालो के करीब है ।
-------------------------------------
अरुण वि.देशपांडे-पुणे
9850177342

logo.jpeg
user-image
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
तन्हाई
logo.jpeg
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
चालाकचतुर बावलागेला आदमी
1663984935016_1738474951.jpg