कविताअन्य
रत्नों से भी तेज हो। हर युवाओका पथदर्शक हो
रतन टाटा आप ही भारतके रत्न हो। (1)
ना सरहद पर हो। लेकिन आप सौनिक हो
ना कोई विरोध ना कोई आंदोलन फिरभी आप क्रांतिकारी हो।
रतन टाटा आप ही माँ भारतीका प्रिय पुत्र हो
रतन टाटा आप ही भारतके रत्न हो। (2)
ना आप भगवन हो। ना कोई फ़क़ीर हो
फिरभी आप उनके जैसे पुँजनिय ओर वंदनीय हो।
रतन टाटा आपही हर भ्रातियोके दिलमे हो
रतन टाटा आपही भारतका रत्न हो।(3)
देशको खजाना अर्पण करने वाले भामाशा ओर
दानवीर करणकी लाइनमे बैठने योग्य हो।
रतन टाटा आपही देशभक्त ओर दातार हो
रतन टाटा आप ही भारतके रत्न हो।(4)
सूरज जैसे तेजस्वी हो।चन्द जैसे शीतल हो।
आपका स्वभावही आपकी पहचान है।
रतन टाटा आप ही देशकी चमक है। आप ही हीरो है।
रतन टाटा आपही भारतका रत्न हो। (5)
ना खुदके लिए सोचा है। ना कुछ अपने लिए रखा है।
सेवामे अर्पण करदिया है। सारा खजाना अपना।
रतन टाटा आपही देश का खजाना हो
रतन टाटा आप ही भारतके रत्न हो। (6)
सावन जितने गाये गुण आपके इतने अधूरे है
भारतके हर सन्मान के योग्य अधिकारी हो।
रतन टाटा आपही सच्चा कोहिनूर हो
रतन टाटा आपही भारतके रत्न हो। (7)
- सावन एम डांखरा
(मास्टर)