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अकड़ - सोभित ठाकरे (Sahitya Arpan)

कविताअतुकांत कविता

अकड़

  • 51
  • 1 Min Read

किसी को
किसी के
दर्द की सहानुभूति
हो ना हो
लेकिन
दर्द जरूरी है
प्रेम के लिए
जितना गहरी
अनुभूति प्रेम की
उतनी ही
अकड़ दर्द की
#Sobhit_thakre

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