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कविताअन्य
- ( जिद मेरी इतनी सी )- तुम्हारे जख्मों पर दवा लगाकर दफा हो जाऊं । मैं सोच रहा हूं तुम भी खामोश रहना और अब मैं भी खफा हो जाऊं ।।