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बहार की वो यादें - Anuj Arya (Sahitya Arpan)

कवितालयबद्ध कविताअन्य

बहार की वो यादें

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-( बहार के वो लम्हे )-

फूल भी अब तो तेरे स्वागत में खिल उठे ,
यह बहार भी देख सुहानी आयी ।
बस मेरी तकदीर ही तो मुझसे रूठी थी
पर तू क्यूं न मुझसे मिलने ' पगली' वापस आयी ।।

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