कविताबाल कविता
विषय- बचपन की बातें
शीर्षक- झूले संग मुलाकातें
विधा-कविता
बचपन की बातें
बचपन की रातें
याद आती हैं झूले संग हुईं मुलाकातें
मां तेरी गोद का स्पर्श
झूले में डालते ही तेरे हाथों की थपथपाहट
कानों में गूंजती तेरी लोरी की आवाजें
नींद में गुम होती मेरी आंखों की ख़ुमारी
बचपन की बातें
बचपन की रातें
झूले में सोते ही मेरी हंसी की हजारों बलाएं तेरा ले लेना
रोती आंखों को थपथपाहट से सहलाना
झूले के ईर्द-गिर्द तेरी निगाहों का पहरा
लाखों बुरी बलाओं का मुझ से दूर भाग जाना
नाम-प्रभा इस्सर ✍️
शहर-देहरादून