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ज़िन्दगी दौड़ हैं - Prabha Issar (Sahitya Arpan)

कविताअन्य

ज़िन्दगी दौड़ हैं

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ज़िन्दगी दौड़ हैं
ज़िन्दगी दौड़ हैं
सपनों को पूरा करने की होड़ हैं
थक कर रुक जाना
फिर उठ कर दौड़ना
ज़िन्दगी दौड़ हैं
सफलता पाकर भी ना रुकना
ज़िन्दगी दौड़ हैं
सपनों को पूरा करने की होड़ हैं
ज़िन्दगी दौड़ हैं
__prabha Issar

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