कविताअतुकांत कविता
वाओ क्लासेस
आभासी कक्षाएँ ऑनलाइन
बच्चों के लिए तो सुपरफ़ाइन
उपस्थिति दर्ज करके
खेलने लगते हैं छुपाछाई
टेस्ट परीक्षाएँ भी होती हैं
आसानी से मिल जाते हैं उत्तर
इस तरह कक्षाएँ उत्तीर्ण करना
बाएँ हाथ का खेल रह गया
बच्चे भविष्य बनाना चाहो तो
बच्चों मन लगाकर सुनो समझो
नोट्स बनाकर याद रखों
एकलव्य सी धुन के पक्के बन
बन सकते हो तुम अर्जुन जैसे
हाँ, कक्षाएँ नहीं, दोस्त नहीं
फ़िर भी इन आपात घड़ियों में
समय का सदुपयोग करो
और जीवन सफल करो
सरला मेहता
इंदौर