Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
मन में कुछ जिज्ञासा है - Arvind Singh (Sahitya Arpan)

कवितालयबद्ध कविता

मन में कुछ जिज्ञासा है

  • 270
  • 10 Min Read

नमन-----------साहित्य अर्पण एक पहल
आयोजन----------रविवारीय प्रतियोगिता
विषय------------------------बाल रचना
तिथि--------------------30/08/2020
वार-----------------------------रविवार
विधा----------------लावणी छन्द में गीत
मात्राभार------------------------16,14

#मन_में_कुछ_जिज्ञासा_है

मैया तुम्हीं बताओ मुझको,मन में कुछ जिज्ञासा है।
शब्दकोश में शब्द नहीं अरु,टूटी - फूटी भाषा है।।

मैया मेरी बात सुनों तुम,आँख उधर क्यों फेरी हो।
उत्तर दे दो कुछ प्रश्नों का,नहीं जरा भी देरी हो।।
दिल से सारी बात बताओ,आज पूछने वाला हूँ।
खुद समझाओ तुम बेटे को,तुमसे जन्मा लाला हूँ।।
बालक हूँ नादान तुम्हारा,उत्तर की कुछ आशा है।
मैया तुम्हीं बताओ मुझको,मन में कुछ जिज्ञासा है।।

मेला लगता क्यों गाँवों में,लोग देखने जाते क्यों।
वस्त्र पहनते नया-नया क्यों,झूम-झूम कर गाते क्यों।।
किस्म -किस्म के गुब्बारे क्यों,बहुत दिखाई पड़ते हैं।
बूढ़ जवानी छोटे बच्चे , झूले पर क्यों चढ़ते हैं।।
लगी बहुत दूकानें क्यों हैं,दिखता बहुत बतासा है।
मैया तुम्हीं बताओ मुझको,मन में कुछ जिज्ञासा है।।

तुमसे मेरा जन्म हुआ है ,तेरा ही मैं मुखड़ा हूँ।
नन्हा मुन्ना बालक हूँ मैं ,तेरे तन का टुकड़ा हूँ।।
बाल उमर है बुद्धि नहीं है,तेरे पग में झुका रहूँ।
पूरा कर दो मन की इच्छा,सम्मुख हरदम खड़ा रहूँ।।
नहीं जानता शाम सवेरा,सुनने की अभिलाषा है।
मैया तुम्हीं बताओ मुझको,मन में कुछ जिज्ञासा है।।

एक अजनवी इस धरती पर,आँचल में जाग रहा हूँ।
ममता सदा लुटाने वाली,माँ से कुछ माँग रहा हूँ।।
अम्बर वाला चाँद मुझे दो,लाकर दो तुम तारे को।
मुझे धूप से तुम्हीं बचाओ ,दूर करो अंगारे को।।
सूरज ताप बढ़ाता क्यों है,इसकी क्या परिभाषा है।
मैया तुम्हीं बताओ मुझको,मन में कुछ जिज्ञासा है।।

नभ में लड़ते हैं क्यों बादल,अपना रंग बदलते क्यों।
बादल चाल बढ़ाते क्यों है,नभ में रोज टहलते क्यों।।
नभ से बर्षा क्यों होती है,भू पर पानी क्यों आता।
तान छेड़ती कोयल क्यों है,टर-टर दादुर क्यों गाता।।
काले मेघ बरसते इतना,फिर क्यों मानव प्यासा है।
मैया तुम्हीं बताओ मुझको,मन में कुछ जिज्ञासा है।।

अरविन्द सिंह "वत्स"
प्रतापगढ़
उत्तर प्रदेश

logo.jpeg
user-image
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
तन्हाई
logo.jpeg