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कवितानज़्म
तुम्हारे प्यार की बारिश में दिल की बगिया खिली सी रहती हैं तेरे साथ से मैं जी उठती हु तुझे सांसों में मैं भर लेती हुं तेरे प्यार की बारिश में मेरा तन-मन भींगा सा रहता है तुम्हारे प्यार की बारिश में मैं अपना पूरा जीवन गुजार सकती हुं ____prabha Issar