Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
सच्चाई आज तो - Prabha Issar (Sahitya Arpan)

कवितादोहा

सच्चाई आज तो

  • 138
  • 1 Min Read

सचमुच आज तो
आज तो आंखें नम हो गई
इंसान की इंसानियत कम हो गई
क्यों आज का इंसान सिर्फ अपने
लिए ही सोच रहा
सचमुच आज तो
आंखें नम हो गई
__prabha Issar

1636014426.jpg
user-image
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
तन्हा हैं 'बशर' हम अकेले
1663935559293_1726911932.jpg
ये ज़िन्दगी के रेले
1663935559293_1726912622.jpg