कविताअन्य
नवरात्रि पर्व है,
आज से ,
मुझे हर ,
नारी पर गर्व है,
आज से नौ दिन तक
स्त्री का आराधन होगा,
कन्या का पूजन होगा ।
चरण पखारे जायेंगे,
स्तुतियों में वंदन होगा ।
किंतु ................
उसके बाद .........................
श श श श श श श श श श श श श।
माताओं का चीर हरण होगा,
पुत्रियों का करुण क्रंदन होगा,
विरोध में कुछ रैलियों
का संचालन होगा ,
लज्जित हमारा मन होगा,
बस यही एक प्रश्न होगा ,
आखिर कब तक ,
कब तक
ये दोगलापन होगा ।।।।।।