कविताअतुकांत कविता
*चित्रकार*
ये कौन चित्रकार है ?
ये सृष्टि का सृजनकार है
जिसने बनाया संसार है
परमपिता ही कलाकार है
चितेरा है निसर्ग का
जन जीव वन बाग का
रवि किरणों की उजास का
चाँद तारों की बारात का
दिनरात, ऋतु चक्र का
नदी पहाड़ ताल का
जग-मंच पर दिए हैं रोल
निभाना है हम इंसानों को
पूरी शिद्दत व कलाकारी से
दिखाकर अपना सर्वश्रेष्ठ
रिंझाना है इस संसार को
पूरे करना हैं कर्तव्य सब
दिल की गहराइयों से
दिखाना हैं संवेदनाएँ
रब की सभी रचनाओं पर
ताकि रहे नाम हमारा
दा विंसी की मोनालिसा सा
या रवि राजा की कृतियों सा
स्वरचित
सरला मेहता
इंदौर