Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
हाइकु,,,नदी - Sarla Mehta (Sahitya Arpan)

कविताअतुकांत कविता

हाइकु,,,नदी

  • 187
  • 2 Min Read

हाइकु

मातृ स्वरूपा
प्रथम पूज्या नदी
प्राण आधार

बिन सलिला
जीवन है दुश्वार
कार्य अधूरे

तुम्हारे बिना
वन जंगल सूखे
विधवा धरा

सरिता सूखी
जन जीवन त्रस्त
दुखी प्रकृति

जल अभाव
कर्दप मीन सीप
पंछी उदास

सरला मेहता
इंदौर
स्वरचित

logo.jpeg
user-image
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
तन्हाई
logo.jpeg
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
चालाकचतुर बावलागेला आदमी
1663984935016_1738474951.jpg