कविताअन्य
ताल्लुक रख या ना रख तू मुझसे पर मैं तो तेरा ज़िक्र हर दम हर वक़्त हर बार करूँगा,भले ना पसंद कर दिया तूने मुझको, पर फिर भी मैं अपने दिल में तूझसे जबरदस्ती वाला प्यार करूँगा,तू ना मर-मिटे मुझपे तो क्या, पर मैं तो तूझे पाने की खातिर सोम मंगल वीरवार क्या हर वार हर बार मरूँगा...