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कहानीलघुकथा
कितनी अजीब सी बात है । मालगाड़ी बारह घण्टे तक भी लगातार चलती है । लेकिन मालगाड़ी के गार्ड के डिब्बे में विद्युत् , पंखा यहाँ तक क़ि शौचालय तक नही होता । अब बेचारा गार्ड क्या करे । ड्यूटी तो करनी ही पड़ेगी । शुभ साँझ । नन्हा सा प्रणाम । स्वरचित ।