Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
ज़िंदगी गुज़रतीभी नहीं किसीके बिना - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

ज़िंदगी गुज़रतीभी नहीं किसीके बिना

  • 6
  • 1 Min Read

माना कि येह ज़िन्दगी रुकती नहीं किसीके बिना
मग़र बशर ज़िंदगी गुज़रतीभी नहीं किसीके बिना

© डॉ. एन. आर. कस्वाँ "बशर" بشر

1663935559293_1734839856.jpg
user-image
चालाकचतुर बावलागेला आदमी
1663984935016_1738474951.jpg
वक़्त बुरा लगना अब शुरू हो गया
1663935559293_1741149820.jpg
मुझ से मुझ तक का फासला ना मुझसे तय हुआ
20220906_194217_1731986379.jpg
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg