कवितानज़्म
जीनातो बहुत ही सरल है
सरल होना ही मुश्क़िल है!
हंसने से हो हासिल खुशी
बस हंसना ही मुश्क़िल है!
सब्र बड़ी चीज़ है ऐ दोस्त
सब्र करना ही मुश्क़िल है!
जीने के लिए मरते हैं हम
बस मरना ही मुश्क़िल है!
शब-ए-ग़म है तो छोटी-सी
पर गुज़रना ही मुश्क़िल है!
आसाँ है बहुत तसल्ली देना
तस्लीम करनाही मुश्क़िल है!
© डॉ. एन. आर. कस्वाँ "बशर" بشر