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तस्लीम करनाही मुश्क़िल है - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

तस्लीम करनाही मुश्क़िल है

  • 3
  • 2 Min Read

जीनातो बहुत ही सरल है
सरल होना ही मुश्क़िल है!

हंसने से हो हासिल खुशी
बस हंसना ही मुश्क़िल है!

सब्र बड़ी चीज़ है ऐ दोस्त
सब्र करना ही मुश्क़िल है!

जीने के लिए मरते हैं हम
बस मरना ही मुश्क़िल है!

शब-ए-ग़म है तो छोटी-सी
पर गुज़रना ही मुश्क़िल है!

आसाँ है बहुत तसल्ली देना
तस्लीम करनाही मुश्क़िल है!

© डॉ. एन. आर. कस्वाँ "बशर" بشر

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