कवितागजल
मेरी यादों में समाया हर पल तेरा मासूम चेहरा l
बिखरी जुल्फे हैं तुम्हारी है नूरानी तेरा चेहरा l
तेरी बोलती आँखे कभी न भुलाये भूले l
बदन तेरा नाजुक इतना जी करता कि छू लें l
फ़िज़ा में बिखरी है तेरे अलमस्त यौवन की खुशबू l
प्यार तेरा मुझे मिलता हमेशा इस बात से खुश हूँ l
मेरा नसीब तुझ जैसी चाहने वाली मेरी हमसफसर है l
मेरे दिलोदिमाग में तेरी मोहब्बत का बशर है l
मैंने यही जाना है दुनिया में सबसे प्यारी मेरी हमसफ़र है l
तेरे ख्वाब से अब जुड़ गया हर ख्वाब मेरा l
मेरी यादों में समाया है हरपल तेरा मासूम चेहरा l