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गहराए इंतज़ार की शिद्दत - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

गहराए इंतज़ार की शिद्दत

  • 7
  • 1 Min Read

येह सितंबर की गर्मी और उड़ते हुए बादल
बिन बरसे गुज़र जाना इनकी पुरानी आदत

है मुद्दत से मुंतज़िर ठण्डी फुहारों की धरती
रुत बरसात बीते गहराए इंतज़ार की शिद्दत

© dr. n. r. kaswan 'bashar' بشر

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