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न हबीब का कोई पयाम है - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

न हबीब का कोई पयाम है

  • 23
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हयात है कि फ़िराक़-ए-यार की इक सूनी सी लम्बी शाम है
मुद्दतों से न क़ासिद है न खत है न हबीब का कोई पयाम है
डॉ.एन.आर. कस्वाँ 'बशर'

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