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मसर्रतें जीत के दीदार की - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

मसर्रतें जीत के दीदार की

  • 4
  • 1 Min Read

जबतक परवाह रहेगी नाकामयाबी और हार की
मसर्रत ना हो पायेगी मयस्सर जीत के दीदार की
@"बशर"

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